तुलसी और मनी प्लांट
तुलसी और मनी प्लांट दोनों बेहद ही लोकप्रिय पौधे हैं। तुलसी घर की शुद्धिकरण के लिए व कई लोगों के लिए आस्था का प्रतीक है। तुलसी को घर की खुशहाली के लिए लगाते हैं और तुलसी के नाम एक त्यौहार भी धूमधाम से मनाते हैं। अब अगर हम मनी प्लांट की बात करें तो यह माना जाता है कि मनी प्लांट को चुराकर घर में लगाने से आर्थिक व्यवस्था ठीक रहती है। कई लोगों का मान न है कि यह सिर्फ़ एक मान्यता नहीं परन्तु सत्य भी है। हिन्दू शास्त्र में तुलसी अथवा मनी प्लांट की बड़ी एहमियत है। जहा तुलसी घर की रौनक बढ़ाती है वही मनी प्लांट धन की वर्षा करता है। पर अगर इन्हे सही दिशा में न रखा जाए तो यह फलते नहीं है। आप आज ये ही सोच रहे होंगे की तुलसी और मनी प्लांट का क्या नाता है। पर वास्तु शास्त्र के हिसाब से इनका घर में एक साथ होना और विपरीत दिशा में होना दिशा बहुत आवश्यक है।
वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म में वास्तु की बड़ी मान्यता है। घर किस दिशा में होना चाहिए, रसोईघर किस दिशा में बनवाना है, ये तक हम ध्यान देते है और पहर उसी दिशा में निर्माण शुरू करते है। उसी प्रकार अगर हम वास्तु की बात करें तो वास्तु के हिसाब से यह जानना बहुत ज़रूरी है कि तुलसी और मनी प्लांट तो साथ क्यों रखें। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको इस अनसुलझी गुत्थी का ज्ञान देंगे। तो आइये इस लेख को आगे बढ़ाते है और जानते है कि वास्तु के हिसाब से मनी प्लांट और तुलसी को किस दिशा में रखना लाभदायक होगा।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार मनी प्लांट को आप आग्नेय दिशा अर्थात दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। अब आप सोच रहें होंगे की क्यों। इसका एक मात्रा कारन यह है कि इस दिशा में गणपति जी और शुक्र का वास है। यह माना जाता है कि गणपति जी अमंगल दूर करते है और शुक्र की दिशा में सुख समृद्धि वास करते है।
- इसी के विपरीत में ईशान कोण अर्थात उत्तर पूर्व दिशा है जिसमे बृहस्पति जी का वास है। यह मन जाता है कि देव बृहस्पति जी और देव शुक्र में घनिष्ठ शत्रुता है। बृहस्पति जी देवो के गुरु है और देव शुक्र राक्षसों के गुरु है। जिस वज़ह से इनके बीच कड़ी तकरार रहती है और ये ही एक वज़ह है कि इस दिशा में मनी प्लांट को रखना सही नहीं है। इससे घर नहीं फलता और नकरात्मकता बढ़ती है।
- अब आप सिर्फ़ मनी प्लांट तो लगाएंगे नहीं। आप तुलसी जी का पौधा भी लगाने के इक्छुक होंगे परन्तु किस दिशा में इसका ज्ञात शायद आपको न हो। जैसे तुलसी जी पूजी जाती है, उन्हें ईशान कोण में रखना उचित होगा। इससे घर में समानता बानी रहेगी और जब दोनों पौधे फलेंगे तो घर में सुख समृद्धि और धन की वर्षा होगी। इसी वज़ह से तुलसी और मनी प्लांट को अलग कोण अर्थात विपरीत दिशा में रखना उचित होता है। जिस हिसाब से ज़िन्दगी में संतुलन होना आवश्यक है उसी प्रकार दिशाओं में भी संतुलन बनाये रखने की ज़रूरत होती है।
अब जैसे आपको पता है कि मनी प्लांट और तुलसी को एक साथ नहीं परन्तु अलग-अलग दिशाओं में रखना है, आपको उनके लाभ भी पता होंगे। खासकर तुलसी जी हर घर में वास करती है क्युकी सिर्फ़ वह पूजनीय नहीं पर वह औषधि भी है जो कई बिमारियों का निवारण करती है। वैसे तो ये सब जानते है कि तुलसी जी का घर में होना कितना महत्त्वपूर्ण और फलदायी है परन्तु मनी प्लांट भी घर में आर्थिक व्यवस्था को सुधारने में मदद करता है इसलिए अगर आप सही दिशा में दोनों को लगाएंगे तो अच्छे सकरात्मन विचार अथवा धन धान्य की वर्षा होगी। हम उम्मीद करते है कि इस विषय में आप ज्ञान प्राप्त कर पाए इस लेख के माध्यम से। आप भी पौधे लगाए और दिशा का ख़ास ध्यान रखें क्युकी वास्तु शास्त्र हमारी बहुत सहायता करता है और घर में सुख समृद्धि भी बनाये रखने में मदद करता है।